सन्निद्ध जी सेवा,Sannidha Ji Seva

सन्निद्ध जी सेवा, सेवा तीच सुखदा विरही जनाला ॥

सौख्य असे विमल करा, सहजचि मारा मज विरहाला ॥

No comments:

Post a Comment