चंद्र हवा घनविहीन,Chandra Hava Ghanavihin
चंद्र हवा घनविहीन मला
शाम घनांकित होता तो शूल
व्यथेचा गगनास
विमल तव देई सहवास
जीवनात कल्पलता बहरण्यास
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