नुरले मानस उदास,Nurale Manas Udas
नुरले मानस उदास । गुंगवि ध्यान प्रभूचे ।
पदकमली वास रुचे ॥
पुलकित काया अहा ।
असुख सकल होई नाश भवभय गेले लयास ॥
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