निंद्य जीवनक्रम अमुचा,Nindya Jeevankram Amucha
निंद्य जीवनक्रम अमुचा ।
आमरणान्त निशिदिनिं सततचि
एकरूप पालट ना त्याचा ॥
स्मित सोंगी स्तुति लटकी आर्जव ।
तोषरोष दांभिक वरवरचा ॥
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment