नयने लाजवित,Nayane Lajavit
नयने लाजवित बहुमोल रत्ना ।
जणु धैर्यधर धरित धनदासम धना ॥
नमवी पहा भूमि हा चालताना ।
सुचवित तिज तूचि मजपुढे निर्धना ॥
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