गवळण होउनिया,Gavalan Hovuniya
गवळण होउनिया फिरता ।
धरतिल तव पद राजसूता ॥
प्रेमळ कोमल येथ वसे बल ।
तूचि नृपति-दल आता ।
धन्य धन्य बहु होईल वधुगण
ही मम गवळण नमिता ॥
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