मालिनिकणवाही हा वारा,Malini Kanvahi Ha Vara
मालिनिकणवाही हा वारा ।
कमलगंधयुत वाहे भरारा ॥
मदनतप्त माझ्या या शरिरा ।
फारचि सुखवीतो ॥
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