मधु मीलनात या,Madhu Milanat Ya
मधु मीलनात । या । विलोपले ।
स्वरभाव काय विलोल हे ? ॥
सखि बोल जी हो कामना ।
करू सार्थ त्या सहयौवना ।
प्रणयान्विता । दे धन्यता ॥
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