तूंचि दिव्यांगना,Tuchi Divyangana
तूंचि दिव्यांगना भारिसी जीवना ॥
तव हा मुखचंद्र । उदित मम मंदिरी ।
जणु भाग्यपूर्णेंदु । जिवाला उरे ॥
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment