मद्यमद चोरि तप,Madyamad Chori Tap
मद्यमद चोरि तप दाऊनि सुख नरा ।
चौर्यकरी; बल भास; शापयोग्या सुरा ॥
ही वारयोषिता दारुणा सेविता ।
भस्म करिते जना, व्याधी भयंकरा ॥
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