प्रियकर वश मजला,Priyakar Vash Majala
प्रियकर वश मजला; विमल यश हेंचि, गुरुपदा देह चढला ॥
स्त्री पुरुषा गुरुता वेतां । विरह-कलह मग शांत झाला ॥
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment